What is personal financing

Personal Finance 

शेयर बाजार के अलावा हम आपको यहाँ हिंदी में बताएंगे Insurance, Investऔर म्यूचुअल फंड(Mutual fund)  के बारे में भी. इसके आलावा जानिये टैक्स बचाने के तरीके. साथ ही पैसा बचाने के तरीके और फाइनेंस जगत की तमाम छोटी बड़ी जानकारियाँ हिंदी में. शेयर बाज़ार में निवेश करने का सबसे आसान तरीक़ा है म्यूचूअल फ़ंड के ज़रिए निवेश करना। यहाँ हमारा अलग से पूरा एक section म्यूचूअल फ़ंड्ज़ को समझने और उनके बारे में जानकारी देने का भी है। Share Market को समझने  के अलावा पर्सनल फ़ाइनैन्स, टैक्स बचत, रेटायरमेंट और पैसा बचाने के टिप्स भी दिए जाएँगे।
 यहां जानिये कैसे आप किसी भी कम्पनी जैस टाटा, tvs में हिस्सेदार बन सकते हैं। क्या होते हैं राईट और बोनस शेयर। । EPS क्या होता हैऔर  PE रेश्यो क्या होता  हैऔर इसका शेयर की कीमत पर क्या प्रभाव होता  है।

शेयर बाज़ार के रिस्क को समझना

आपने कई इस तरह के किस्से सुनें होंगे कि कैसे कोई रातों रात शेयरों में पैसा लगा कर अमीर बन गया। आपने यह भी सुना होगा कि कैसे कोई कम्पनी का शेयर मल्टीबैगर था और कुछ ही समय में दो गुना, तीन गुना या कई गुना हो गया। इससे उलट यह भी सुना होगा कि कैसे कोई शेयर बाजार में निवेश कर के बहुत घाटे में आ गया। हमारा उद्देश्य होना चाहिए कि इस फ़ायदे और घाटे में संतुलन बना कर अपने निवेश पर ऐसा रिटर्न निरंतर प्राप्त कर सकें जिससे हमारा निवेश अधिक रिस्क में ना फँसे। तो जब हम इस ब्लॉग पर Share Market  के बारे में पढ़ेंगे तो यह भी सिखाने की कोशिश करेंगे कि कैसे अपने रिस्क को कम से कम कर सकते हैं

उम्र के अनुसार शेयर मार्केट में रिस्क लेने की क्षमता

यह भी समझने की आवश्यकता है कि निवेशक की उम्र के साथ साथ कैसे उसका रिस्क प्रोफ़ायल भी बदलता है। कम उम्र का निवेशक अधिक रिस्क ले कर आक्रामक रूप से निवेश कर सकता है क्योंकि उसके पास अधिक कमाई करने के लिए अभी बहुत समय है और हो सकता है कि उस पर बहुत अधिक जिम्मेदारियाँ ना हों। 45 से 55 की उम्र तक आते आते रिस्क लेने की क्षमता कम हो जाती है और ज़िम्मेदारियाँ बढ़ जातीं हैं। इस उम्र में डिफ़ेंसिव हो कर कैसे निवेश करें यह भी समझना आवश्यक है।

आयु और 100 के फार्मुले से 

आम तौर पर कहा जाता है कि अपनी उम्र को सौ में से घटा दीजिये अौर जो बचे अपने निवेश का उतने प्रतिशत शेयर बाजार में निवेश करें। उदाहरण के लिये यदि आप की उम्र 25 साल है तो 100 में से 25 घटाने से 75 बचेगा। तो 25 कि आयु में अपनी बचत का 75% शेयर बाजार में निवेश करना चाहिये। इसी प्रकार 60 की उम्र में 35 - 40% निवेश शेयरों में करना चाहिये।

डाइवर्सिफाई कीजिए और शेयर मार्केट में रिस्क से बचिए

साथ ही जानिये कि किस तरह निवेश को डाइवर्सिफाई करके निवेश के रिस्क को कम किया जा सकता है. निवेश के लिए कंपनी कैसे चुन सकते हैं. किस तरीके से निवेश को डाइवर्सिफाई कर सकते हैं. लार्ज कैप, मिड कैप और स्माल कैप कम्पनियों में निवेश का क्या नजरिया होना चाहिए. हेजिंग क्या है और इससे शेयर बाजार में निवेश के रिस्क को कैसे कम किया जाता है. फ्यूचर और ऑप्शन्स क्या हैं यह भी समझने की कोशिश करेंगे.